आज के इस पोस्ट में आप पढ़ेंगे बांझपन होने के कारण और उपचार के बारे में।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आजकल बांझपन की समस्या काफी बढ़ गई है। इसके कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं आज हम उन कारणों और बांझपन के उपचार के बारे में जानेंगे।
बांझपन होने के कारण (causes of infertility) :-
1. poly cystic ovary .
2. दिनचर्या ठीक ना होना (bad lifestyle).
3. तनाव (stress).
4. शारीरिक परिश्रम न करना .
5. कृतिम उर्वरकों का फलों व सब्जियों में उपयोग.
6. फास्ट फूड व जंक फ़ूड का अधिक सेवन .
महिलाओं में infertility का एक मुख्य कारण pcod (poly cystic ovarian disease) हो सकता है - अगर FSH और LH हारमोन का असंतुलन हो तो poly cystic ovary की समस्या हो सकती है । इसके कारण periods भी असंतुलित होते हैं या तो अधिक होते हैं या बहुत कम या फिर होने ही बंद हो जाते हैं !
बांझपन का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic treatment for infertility) :-
- दशमूलारिष्ट
दशमूलारिष्ट के एक चम्मच को एक गिलास पानी में धीमी आंच पर पकाकर जब वह आधा रह जाए तब पी लें । यह काढ़ा कुछ समय सुबह शाम लेते रहने से periods नियंत्रित हो जाते हैं और गर्भधारण हो जाता है!
इस काढ़े के साथ कपालभाति प्राणायाम भी प्रतिदिन करते रहने से गर्भधारण (pregnancy) की सम्भावना बहुत अधिक बढ़ जाती है !
- शिवलिंगी
- पुत्र जीवक
अगर eggs कम बन रहे हों तो शिवलिंगी और पुत्र जीवक के बीजों का पावडर बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें - यह पावडर एक एक ग्राम की मात्रा में सुबह शाम लेने से बहुत जल्द ही pregnancy हो जाती है !
- यौवनामृत वटी
- चन्द्र प्रभावटी
- शिलाजीत रसायन
पुरुषों के शुक्राणु कम (low sperm count) होने की समस्या हो तो यौवनामृत वटी - चन्द्र प्रभावटी और शिलाजीत रसायन की 1 - 1 गोली लेते रहने व प्रतिदिन प्राणायाम करते रहने से शुक्राणु की कमी दूर हो जाती है!
- अश्वगंधा
- शतावर
- कौंच के बीज
- सफेद मूसली
बांझपन को दूर करने के लिए यह योग काफी कारगर है उसके लिए आप अश्वगंधा, शतावर, कौंच के बीज और सफेद मूसली समान मात्रा में लें और अच्छी तरह साफ कर लें और पीसकर पाउडर बना लें। इस योग को आधा-आधा चम्मच सुबह शाम दूध के साथ लेने से भी sperm count बढ़ते हैं!
बांझपन दूर करने के योग (exercise for infertility):-
- कपालभाति प्राणायाम
बांझपन होने का चाहे कारण कोई भी हो अगर कपालभाति प्राणायाम नियमित रूप से किया जाए तो इन सभी कारणों का प्रभाव भी बहुत कम होगा और बांझपन (infertility) की समस्या भी दूर हो जाएगी !
कपालभाती प्राणायाम का एक चमत्कारी प्रकार है जिसके कई सारे फायदे है !
कपालभाति प्राणायाम करने की विधि :-
एक समान - सपाट और स्वच्छ जगह जहा पर स्वस्छ हवा हो वहा पर कपड़ा बिछाकर बैठ जाए!
आप सिद्धासन - पदमासन या वज्रासन में बैठ सकते है - आप चाहे तो आपको जो आसन आसान लगे या आप हमेशा जैसे निचे जमीन पर बैठते है उस तरह बैठ जाए !
बैठने के बाद अपने पेट को ढीला छोड़ दे !
अब अपने नाक से सांस को बाहर छोड़ने की क्रिया करे - सांस को बाहर छोड़ते समय पेट को अंदर की ओर धक्का दे !
श्वास अंदर लेने की क्रिया करने की जरुरत नहीं है - इस क्रिया में श्वास अपने आप अंदर लिया जाता है
लगातार जितने समय तक आप आसानी से कर सकते है तब तक नाक से श्वास बाहर छोड़ने और पेट को अंदर धक्का देने की क्रिया को करते रहे !
शुरुआत में 10 बार और धीरे धीरे बढ़ाते हुए एक बार में 60 बार तक यह क्रिया करे !
चाहे तो बीच में कुछ समय का आराम लेकर भी इस क्रिया को कर सकते है !
कपालभाति प्राणायाम करते समय ध्यान दें:-
कपालभाती सुबह के समय खाली पेट, पेट साफ़ होने के बाद ही करे !
अगर खाना खाने के बाद कपालभाती करना है तो खाने के 5 घंटे बाद इसे करे !
कपालभाती करने के बाद 30 मिनिट तक कुछ न खाए। आप चाहे तो थोड़ा पानी ले सकते है !
बांझपन की समस्या से मुक्ति पाने के लिए सर्वश्रेष्ठ है - प्रतिदिन कपालभाति प्राणायाम करना । शुरुआत में कपालभाती किसी योगा के जानकार के देखरेख में ही करे !
गर्भवती महिला - Gastric ulcer, Epilepsy, Hernia के रोगी इस क्रिया को न करे !
Hypertension (High blood pressure) - उच्चरक्तचाप और ह्रदय रोगी अपने डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही इस क्रिया को करें।
वैसे तो कपालभाती क्रिया के कोई दुष्परिणाम (side effects) नहीं है फिर भी कपालभाती करते वक्त चक्कर आना या जी मचलाना जैसी कोई परेशानी होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करे!
कपालभाति प्राणायाम करने के लाभ :-
1 शरीर को detox करता है !
2 स्मरणशक्ति को बढ़ाता है !
3 पेट की बढ़ी हुई अतिरिक्त चर्बी कम होने में सहायक है!
4 कफ विकार नष्ट होते है और श्वासनली की सफाई अच्छे से होती है !
5 गैस - कब्ज और अम्लपित्त (Acidity) की समस्या को दूर भगाता है !
6 शरीर और मन के सारे नकारात्मक तत्व और विचारो को मिटा देता है !
7 यह कमर के आकार को फिर से सामान्य आकार में लाने में मदद करता है !
8 कपालभाती करने वक्त पसीना अधिक आता है जिससे शरीर स्वच्छ होता है !
9 चेहरे की झुर्रिया और आँखों के निचे का कालापन दूर कर चेहरे की चमक फिर से लौटाने में मदद करता है !
10 कपालभाति करने से रक्त धमनी की कार्यक्षमता बढाती है और बढ़ा हुआ cholesterol को कम करने में मदद होती है !
11 वजन कम होता है । भारत में ऐसे कई लोग है जिन्होंने कपालभाती से अपना 30 से 40 किलो वजन कम किया है !
जिन लोगो का वजन सामान्य या controlled है वह भी कपालभाती के अन्य लाभ के लिए इस क्रिया को कर सकते है !