स्वप्नदोष कैसे रोके? स्वप्नदोष की रामबाण दवा। how to stop nightfall permanently naturally in hindi.



Swapndosh ki ayurvedic dawa, humara doctor

स्वप्नदोष की रामबाण दवा (Swapndosh ki ramban dawa):

स्वप्नदोष आमतौर पर किशोर लड़कों से जुड़े होते हैं, वे युवावस्था से वयस्कता तक महिला व पुरूषों दोनों के लिए एक सामान्य अनुभव हैं।  स्वप्नदोष के लिए मेडिकल टर्म nocturnal emission है।

स्वप्नदोष क्या हैं (Swapandosh kya hai)?

स्वप्नदोष चिकित्सकीय रूप से एक nocturnal emission के रूप में जाना जाता है और यह पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित कर सकता है।

स्वप्नदोष तब होते हैं जब कोई व्यक्ति सपने के कारण सोते समय अनैच्छिक रूप से संभोग करता है, जो कामुक हो भी सकता है और नहीं भी।

उन्हें स्वप्नदोष इसलिए कहा जाता है क्योंकि जब किसी पुरुष को इस प्रकार का सपना आता है, तो वह गीले कपड़े होने के कारण बिस्तर से जाग सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वीर्य, ​​वीर्य युक्त तरल पदार्थ, स्खलन के दौरान निकलता है।

हालाँकि, इसी शब्द का उपयोग तब भी किया जाता है जब कोई महिला नींद के दौरान कामोत्तेजना करती है।

नींद के दौरान हस्तमैथुन करने से स्वप्नदोष नहीं होता;  वे बिना किसी मैनुअल उत्तेजना के होते हैं।

रिसर्च में पाया गया है कि औसतन 8 % सपनों में कुछ यौन सामग्री होती है। अध्ययन में पाया गया है कि, पुरुषों और महिलाओं दोनों ने अपने कामुक सपनों के लगभग 4 % में एक संभोग सुख प्राप्त होने की सूचना दी।

आज के इस लेख में हम बात करेंगे स्वप्नदोष की रामबाण दवा की। यहां आप जानेंगे स्वप्नदोष को दूर करने के लिए कुछ बहुत ही खास व प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय के बारे में। तो जान लेते हैं स्वप्नदोष को ठीक करने के लिए घरेलू उपचार के बारे में। जो इस प्रकार हैं:-

स्वप्नदोष की आयुर्वेदिक दवा (Swapndosh ki ayurvedic dawa):

 1. धनियाः धनिए को सुखाकर अच्छी तरह साफ करके इस को पीसकर बारीक चूर्ण बना लें उसके बाद धनिया के चूर्ण के बराबर मात्रा में ही इसमें पीसा हुआ मिश्री का चूर्ण मिलाकर रख ले। इस तरह तैयार किए हुए चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में सुबह के समय लेकर ताजा ठंडे पानी के साथ सेवन करें। रोजाना लगभग एक सप्ताह तक इस्तेमाल करने से रोजाना होने वाला स्वप्नदोष समाप्त हो जाता है तथा पेशाब करने वाली नली में दर्द होना, उपदंश और सूजाक आदि रोगों से छुटकारा मिलता है।

2. जामुनः जामुन की गुठली ले कर उसकी गुठली निकाल ले फिर इन गुठलियों को पीसकर बारीक चूर्ण बना कर रख ले। अब इस चूर्ण को 4 ग्राम मात्रा में लेकर हर रोज शाम के वक्त लगभग 15 दिनों तक सेवन करते रहने से स्वप्नदोष रोग ठीक हो जाता है साथ ही स्वप्नदोष रोग अधिक हो जाने के कारण शरीर में आई कमजोरी भी दूर हो जाती है। इस मिश्रण के सेवन करते रहने तक खट्टी चीजों का इस्तेमाल न करें।

3. लहसुनः एक कली लहसुन रात को सोते समय चबाते हुए निगल जाएं। इसके तुरंत बाद कुछ भी नहीं खाना चाहिए। कुछ समय के बाद ही स्वप्नदोष की समस्या समाप्त हो जाएगी।

4. जौः त्रिफला (हरड़, बहेड़ा तथा आंवला) और जौ को रात के समय भिगोकर रख दें। इसके बाद अगले दिन सुबह के समय इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर पी लें। इससे स्वप्नदोष के रोग दूर हो जाते हैं।

5. इमलीः दूध में इमली के बीजों को भिगोकर इमली की निकाली हुई गिरियों में बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर अच्छी तरह से कूट-पीसकर मटर के दाने की तरह गोलियां बनाकर अपने पास रख लें। इसके बाद समान मात्रा में 1-1 गोली कुछ दिनों तक प्रयोग करते रहने से स्वप्नदोष जैसी समस्या समाप्त हो जाती है। इस मिश्रण का सेवन करते रहने तक तले-भूने तथा अधिक मिर्च-मसालों वाले पदार्थों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

स्वप्नदोष का इलाज (swapndosh ka ilaj):

6. गाय का दूधः लगभग 1/2 किलो ग्राम गाय के ताजे दूध को लेकर इसमें 3-4 छुहारे और जरूरत के अनुसार मिश्री मिलाकर इसे अच्छी तरह से तब तक उबाले जब तक कि दूध केवल आधा रह जाए तो छुहारे की गुठली निकालकर छुहारे को खा लें और उस दूध को पी लें। इस तरह से इस दूध का कुछ दिनों तक सेवन करते रहने से स्वप्नदोष जैसे होने वाले रोग व सभी प्रकार के वीर्य के गिरने वाले रोगों की समस्या समाप्त हो जाती है और शरीर में वीर्य की भी बढ़ोत्तरी होती है। नोटः- इस उपाय को सदा सर्दी के दिनों में ही करना चाहिए तथा विशेषरुप से कभी भी यह उपाय विद्यार्थियों को नहीं करना चाहिए।

7. केलेः 3-4 बूंदें असली शहद की पके केले की फली में डालकर सुबह सूर्योदय से पहले खाने से स्वप्नदोष के साथ अनेक वीर्य संबंधी रोग समाप्त हो जाते हैं और वीर्य भी अधिक मात्रा में गाढ़ा बन जाता है। इस मिश्रण का इस्तेमाल विस्तारपूर्वक करना चाहिए।

8. त्रिफलाः शहद में त्रिफला का चूर्ण मिलाकर खाने से स्वप्नदोष जैसे रोग खत्म हो जाते हैं। लेकिन जिन लोगों का स्वभाव अधिक गर्म रहता हो उन लोगों को शहद की जगह पर मिश्री का इस्तेमाल करना उचित है। अगर इसके अलावा चीनी मिला हुआ रस दे दिया जाए तो अधिक लाभ प्राप्त होगा।

9. देशी फूलः छाया में सुखाकर रखी गई देसी फूल की मुलायम पत्तियों को पीसकर उनका चूर्ण बना लें फिर इस चूर्ण के वजन के बराबर ही इसमें मिश्री का चूर्ण मिलाकर इसे एक कांच की शीशी में डालकर रख दें। इस चूर्ण को 5-6 ग्राम की मात्रा में लेकर ताजे पानी से सुबह-शाम के समय रोजाना सेवन करने से स्वप्नदोष दूर होता है।

10. गुलाब के फूलः ताजे गुलाब के फूल की 5-6 पंखुड़ियां लेकर उसमें मिश्री को मिलाकर सुबह और शाम के समय चबाकर खा लें। फिर इसके ऊपर गाय का दूध पी लें। इस तरह से रोजाना सेवन करते रहने से स्वप्नदोष का रोग समाप्त हो जाता है।

स्वप्नदोष से बचने के घरेलू उपाय (swapndosh se bachne ke gharelu upay):

11. बादामः 1 पीस बादाम गिरी, थोड़ा सा मक्खन तथा 3-3 ग्राम गिलोय- इन सभी को बराबर की मात्रा में मिलाकर इसमें 7-8 ग्राम शहद मिलाकर एक समान भाग बना लें। इस मिश्रण को 8 से लेकर 10 दिनों तक सुबह और शाम के समय प्रयोग करने से स्वप्नदोष के रोग समाप्त हो जाते हैं।

12. आंवलाः स्वप्नदोष के रोग में आंवला बहुत ही लाभकारी होता है। आंवले के बारीक पीसें हुए एक चम्मच चूर्ण को प्रतिदिन शहद मिलाकर खाये और फिर मिश्री मिला पानी पी लें। ऐसा करने से स्वप्नदोष के रोग से छुटकारा मिलता है। 

13. इलायचीः आधा ग्राम छोटी इलायची के पीसे हुए दाने, 3 ग्राम सूखे हुए धनिये का चूर्ण और 2 ग्राम कूटी हुई बारीक मिश्री- इन सभी पदार्थों को अच्छी तरह से मिलाकर इसकी समान मात्रा में पुड़िया बना लें। इस मिश्रण को सुबह के समय ताजे पानी के साथ सेवन करते रहें। इसका सेवन करते रहने से स्वप्नदोष के रोग में जल्दी ही लाभ मिलता है।

14. पीपल की छालः पीपल की छाल का चूर्ण 3 ग्राम, इलायची का चूर्ण आधा ग्राम और बंग भस्म चौथाई ग्राम- इन चारों को एक साथ मिलाकर नियमित रुप से इस्तेमाल करें। इसका प्रयोग करने से रात को होने वाले स्वप्नदोष खत्म हो जायेंगे।

15. चोबचीनीः आधा चम्मच मिश्री, आधा चम्मच चोबचीनी का चूर्ण तथा आधा चम्मच देशी घी- इन सबको ठीक तरह से मिलाकर सुबह के समय खाली पेट इस्तेमाल करना चाहिए। इसका सेवन करने के दस दिनों के पश्चात ही स्वप्नदोष जैसे रोग में फायदा दिखाई देने लगेगा।